Featured post

डर के आगे जीत हैं | Dar Ke Aage Jeet Hai |

एक शेर था वह बूढ़ा हो चुका था । उसमें इतनी भी ताकत नहीं थी कि वो शिकार करके अपने पेट की भूख मिटा सके, कभी-कभी तो उसे बिना  खाने के  ही सोना पड़ता था।
 शेर ने कई दिनों से कुछ खाया नहीं था और भूखे पेट इधर-उधर भटक रहा था। एक दिन वह शेर  कहीं जा रहा और उसे पता चला कि इस रास्ते पर एक कुत्ते का मृत शरीर पड़ा हुआ है और उसने अपने पेट की भूख मिटाने के लिये उस रास्ते से जाने का सोचा। 
शेर जा ही रहा था कि उसे रास्ते में उसी तरफ से एक डरावनी सी आवाज आती हुई सुनायी दी, शेर डर गया और उसने अपना रास्ता बदल दिया लेकिन फिर उसने सोचा कि अगर इस रास्ते से मैं गया तो भूख की वजह से मेरे प्राण जाने ही वाले हैं तो क्यों न इसी रास्ते से चलकर अपनी भूख मिटाई जाये। 
उसी रास्ते पर चल पड़ा जिस रास्ते पर कुत्ते का मृत शरीर पड़ा हुआ था, वहाँ पहुँचकर उसने देखा कि पेड़ की 2 डालियाँ आपस में टकरा रही थी और जिससे वो डरावनी आवाज आ रही थी।
इसे देखकर सियार अपने ऊपर जोर-जोर से हँसने लगा कि मैं फाल्तू में डर रहा था, अच्छा हुआ मैने अपना रास्ता नहीं बदला।
और उसने कुत्ते के मृत शरीर से अपनी पेट की भूख मिटाई 

सीख: = डर के आगे जीत हैं 

Comments