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AKBAR BIRBAL SHORT STORIES IN HINDI

एक बार की बात है दो दोस्त व्यापरी रहते थे । दोनों लोग अपने ग्राहको को पेसे देते थे बदले मे उनसे ब्याज लेते थे । दोनों दोस्त धनवान सिंह और मुकेश कुमार का काम कुशल मंगल चल रहा था । 
पर मुकेश कुमार पेसो के अधीन था वो काफी लालची किसम का था और दूसरी और धनवान सिंह काफी ईमानदार ।  


धनवान सिंह लोगो को पे काफी कम ब्याज लगता था पर मुकेश लोगो पे बहुत सारा ब्याज लगा देता जिससे वो बहुत कमाता । धीरे धीरे समय बीतता गया और मुकेश के ग्राहक बहुत ही कम हो और सारे ग्राहक धनवान सिंह के पास जाते थे । इससे मुकेश कुमार को बहुत ईर्ष्या होने लगी और वो धनवान के खिलाफ अफवाह फेलाने लगा पर इससे किसी को कोई असर नही पड़ा । 

फिर एक दिन धनवान का एक दोस्त अमन उसकी दुकान पर आता हैं और उससे 500 अशरफीया मांगता हैं पर उस समय धनवान के पास पेसे नही होते तो वो कहता हैं अमन मेरे पास अभी इतने पेसे नही होंगे पर नो दिनों बाद तुम मुझसे ले लेना उस दिन मेरा दूसरा ग्राहक मुझे पेसे देगा और मैं तुम्हें दे दूंगा । अमन कहता हैं की धनवान मुझे अभी पेसो की बहुत अवयशकता हैं में तुम्हें आज से तीन दिन बाद किसी भी हालत पर पेसे दे दूंगा । 

धनवान के पास इतने पेसे नही थे तो वो मुकेश के पास जाता हैं और उससे सब बता देता मुकेश धनवान को पेसे दे देता हैं पर बदले मे एक शर्त रखता हैं की अगर तुमने मुझे तीन दिन मे पेसे नही दिये तो में तुम्हारे शरीर मे से तीन किलो मास निकाल लूँगा । धनवान को अपने दोस्त पर भरोसा था इसलिए उसने मुकेश की इस अजीब सी शर्त को मान लिया था । 

तीन दिन बाद  


शाम हो चुकी थी पर धनवान को दोस्त पेसे लेकर वापस न आया और मुकेश ने धनवान के घर के सामने पेसे के लिए चिलना शुरू कर देता हैं धनवान मुकेश से कुछ दीनों को महूलत मांगता है पर मुकेश नही अपनी बात पर अड़ा रेहता हैं ।  

एक सिपाही आकार दोनों की दोनों लोगो को सुल्तान अकबर के दरबार मे ले जाता हैं मुकेश महाराज को सारी बात बताता है और धनवान भी अपनी तरफ से सारी बात बात दरबार मे आए हुए सभी लोगो को बतात हैं । 

अकबर मुकेश को धनवान सिंह को कुछ दिन महूलत देने को कहते हैं पर मुकेश अब तीन किलो मास के लिए अड़ जाता हैं और अचानक से दरबार मे अमन पेसे लेकर आ जाता हैं , अमन धनवान सिंह से देरी के लिए माफी मांगता हैं और पेसे दे देता हैं । पर मुकेश अब तो तीन किलो मास के लिए अड़आ रेहता हैं । 

अकबर समझ जाता हैं की मुकेश तीनों किलो मास के बहाने धनवान की जान लेना चाहता हैं । अचानक से बीरबल खड़े हो जाते हैं और मुकेश से बोलते हैं की अगर तुम्हें तीन किलो मास चाहिए तो जाकर ले लो ,

सारे दरबारी चोक जाते हैं पर फिर अचानक बीरबल ज़ोर से बोलते हैं की पर ध्यान रहे , तुम सिर्फ तीन किलो मास लेना बिना धनवान के खून लिए क्योकि शर्त के अनुसार तुम सिर्फ मास ही ले सकते हों अगर एक भी बूंद खून गिरा तो तुम्हें दंड मिलेगा मुकेश घबरा जाता हैं । 



और घबराते और रोते हुये अपने सारे गंदे विचार खुद ही बोल कर माफी मांगता हैं । अकबर धनवान को 500 आश्रफिया बेठ मे देते  हैं और मुकेश को 1 साल का कारगर देते हैं ।  






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